AVADHUTA GITA

AVADHUTA GITA


निर्मूलमूलरहितो हि सदोदितोऽहं

निर्धूमधूमरहितो हि सदोदितोऽहम्।

निर्दीपदीपरहितो हि सदोदितोऽहं

ज्ञानामृतं समरसं गगनोपमोऽहम्।।3।।

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